रोहित धनकर
कल प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लद्दाख में जो कुछ हुआ उसके बारे में कहा: “न वहां कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न घुसा हुआ है। न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है।” मेरे विचार से इस कथन का पहला वाक्य भारत की क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता है।
चीन ने भारत की कई हजार किलोमीटर भूमि पर कब्जा कर रखा है। वह पूरा इलाका जहां यह सब हुआ भारत का हिस्सा है, ऐसा हमारा राष्ट्रीय दावा रहा है। पर उपरोक्त बयान इस व्यापक दावे पर नहीं है। हालांकी एक प्रधानमंत्री को बयान देते वक्त इसे भी ध्यान में रखना चाहिए था।
वर्तमान संदर्भ में उन्हों ने जो कहा इसका यह अर्थ है की चीन ने हमारी सीमा में कोई अतिक्रमण अब नहीं किया हुआ है। अर्थात चीन का जिसे फिंगर 4 कहा जाता है उस चोटी पर अपना स्थाई बंदोबस्त कर लेना हमारी सीमा में कब्जा नहीं है। यदि शेखर गुप्ता के विश्लेषण को मानें तो भारत का दावा जिसे फिंगर 8 कहा जाता है उस चोटी तक रहा है। अतः प्रधानमंत्री के कथन में भारत के दावे तो छोड़ने के संकेत हैं।
इस बात को schematic (एक खाके के तौर पर) समझें तो बात कुछ ऐसी है:
–भा——1—–2—-3—4—5—6—7—8—ची—
उपरोक्त रेखा में जहां “भा” लिखा है वह भारत के वास्तविक कब्जे का आखिरी पॉइंट है। जहां “ची” लिखा है वह चीन के कब्जे का आखिरी पॉइंट है। बीच की जगह में भारत का दावा जहां 8 लिखा है वहाँ तक है। और चीन का जहां 2 लिखा है वहाँ तक। अर्थात 2 से 8 तक की भूमि पर दोनों का दावा है। इस में किसी की भी चौकी नहीं थी, अर्थात स्थाई कब्जा नहीं था। पर दोनों गस्त करते थे।
अब चीन 4 पर अपने बंदोबस्त के साथ बैठा है। भारत जो दावा करता रहा है उस सीमा में उसने चौकी बना ली है। हमारे राष्ट्र के सम्मान को समर्पित प्रधानमंत्री कह रहे हैं कि “न वहां कोई हमारी सीमा में घुस आया है, न घुसा हुआ है”। अर्थात वे चोटी 4 से 8 तक की भूमि पर दावा छोड़ रहे हैं। उधर चीन इस पूरे इलाके पर बार-बार दावे की घोषणा कर रहा है।
अतः प्रधानमंत्री का बयान देश की क्षेत्रीय अखंडता के साथ समझौता है। ये बयान राष्ट्र को नुकशान पहुंचाने वाला है।
इस सारे किस्से में एक बात और भी उजागर हुई। वह है अङ्ग्रेज़ी समाचार माध्यमों का हिन्दी का अज्ञान और इस के कारण गलत प्रचार करना। प्रधानमंत्री का बयान यह है कि (1) ‘अब हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा हुआ है’, यह नहीं है कि (2) “हमारी सीमा में कोई नहीं घुसा था”। उपरोक्त वाक्य में कथन (1) के बारे में मैंने ऊपर लिखा कि ये समझौता है, राष्ट्रीय अखंडता के साथ। पर कथन (2) अलग चीज है, और ऐसा मोदी ने नहीं कहा। अब नीचे अङ्ग्रेज़ी में बोल-चाल वाले संचार-माध्यमों और लोगों ने क्या कहा ये देखिये।
The Hindu: “neither anyone has intruded into our territory nor took over any post”. “Intruded” means in the past “did not intrude”, Modi is talking about present.
Republic TV: “Neither have they intruded into our boarder, nor has any post been taken.”
OpIndia.Com: “No one entered India, no land lost”
You can multiply such examples on dozens on Twitter.
Right wing has well as the left wing translated it wrongly. The divide here is not right or left political ideology, it is “India and Bharat”. अङ्ग्रेज़ी वालों को हिन्दी मेन कही बात ठीक से समझ में नहीं आती है।
******
20th June 2020