यह पोस्ट थोड़ी अलग है। इस बार कोई आलेख नहीं, बल्कि एक छोटा-सा विचार पत्रक है।
यह मूलतः शिक्षा-दर्शन संवाद ८ में भागीदारी के लिए है। पर मैंने सोचा कुछ और लोगों के विचार मिल जायें तो मुझे ज्ञान और शिक्षा के रिसते को कुछ और बेहतर समझने में मदद मिलेगी। अतः यह एक तरह से मदद के लिए अपील है। 🙂 यह बच्चों की पाठ्यपुस्तक पर आधारित है, अतः शिक्षकों और शिक्षकों के साथ काम करने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से है।
आप चाहें तो taru.digantar@gmail.com पर अपने जवाब भेज सकते हैं। यहाँ टिप्पणी भी कर सकते हैं।
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धन्यवाद।